भारत के विदेश मंत्री डॉo एसo जयशंकर दो दिवसीय मिस्र दौरे पर जा रहे हैं। इस दौरान वो अफ्रीकी देश और भारत के बीच गठजोड़ को मजबूत बनाने के नये रास्तों पर चर्चा करेंगे। विदेश मंत्रालय की माने तो इस यात्रा के दौरान विदेश मंत्री मिस्र में छात्रों सहित भारतीय समुदाय के लोगों के साथ चर्चा करेंगे और मिस्र-भारतीय कारोबारी समुदाय के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इस यात्रा के दौरान द्विपक्षीय कारोबार, वाणिज्य और निवेश पर खास ध्यान दिया जायेगा।_
मंत्रालय ने कहा कि विदेश मंत्री जयशंकर की मिस्र की यात्रा से द्विपक्षीय एवं बहुपक्षीय संबंधों के सम्पूर्ण आयामों की समीक्षा करने और मिस्र के नेतृत्व के साथ आपसी हितों से जुड़े सम्पूर्ण मुद्दों के बारे में चर्चा करने का अवसर मिलेगा। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारत और मिस्र के बीच गर्मजोशी भरे दोस्ताना संबंध हैं जो ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक रूप से जुड़े हैं।
दोनों देश इस वर्ष अपने राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं वहीँ जी-20 की 2022-23 में भारत की अध्यक्षता के दौरान मिस्र को ‘अतिथि देश’ के रूप में आमंत्रित भी किया गया है। इतना ही नहीं कारोबार के मामले में भी अफ्रीका में मिस्र भारत का सबसे बड़ा कारोबारी सहयोगी है। गौरतलब है कि वित्त वर्ष 2021-22 में भारत-मिस्र द्विपक्षीय कारेबार रिकार्ड 7.26 अरब डालर के स्तर पर पहुंच गया। मिस्र में भारतीय निवेश 3.15 अरब डालर से अधिक हो गया है।
(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)

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