बांग्लादेश में भारत के उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी ने सिलहट में एक पांच मंजिला महिला छात्रावास का उद्घाटन किया। सिलहट स्थित चालीबंदर इलाके में उमेश चंद्र- निर्मलाबाला छात्रावास का निर्माण भारत सरकार ने अपनी निधि से करवाया है, जिसकी लागत 4.35 करोड़ बांग्लादेशी टका है। इस छात्रावास में 160 छात्राएं रह सकती हैं। इसे उमेश चंद्र-निर्मलाबाला छात्रावास ट्रस्ट द्वारा गैर-लाभकारी आधार पर चलाया जाएगा।

उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी की मौजूदगी में तीन अन्य विकास परियोजनाओं का भी किया गया उद्घाटन।

भारतीय दूतावास द्वारा किए गए ट्वीट के अनुसार महिला छात्रावास के उद्घाटन के बाद उच्चायुक्त ने बांग्लादेश के ग्रामीण विकास एवं सहकारिता मंत्री मोहम्मद ताजुल इस्लाम, विदेश मंत्री डॉ. एके अब्दुल मोमेन और सिलहट शहर के मेयर अरिफुल हक चौधरी के साथ संयुक्त रूप से तीन अन्य परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। इन परियोजनाओं में धूपडीघीपर क्षेत्र का विकास, कस्तोघर में क्लीनर कॉलोनी भवन का निर्माण, और सिलहट में चारा दिघी पार में एक स्कूल भवन का निर्माण शामिल है।
आपको बताते चलें कि बांग्लादेश में शिक्षा और बेहतर पर्यावरण के बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए वर्ष 2017 में भारत ने एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए थे। समझौते के अनुरूप इन परियोजनाओं को भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित किया गया है, जबकी इसका कार्यान्वन सिलहट नगर निगम द्वारा किया गया है। तीनों ही परियोजनाएं स्थानीय जन-समुदाय के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में केंद्रित हैं।
गौरतलब है कि भारत की मौजूदा विदेश नीति में पड़ोसी देशों से संबंध हमेशा से प्राथमिकता में रहा है। प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर पड़ोस ‘प्रथम नीति’ में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, मालदीव, म्यामांर, पाकिस्तान, श्रीलंका के साथ हमारे संबंधों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। इस नीति के तहत भारत सरकार पड़ोसी देशों को प्राथमिकता प्रदान करके उनकी आंतरिक राजनीति में हस्तक्षेप न करते हुए उनके यहां क्षमता निर्माण कार्यक्रमों और निवेश को आगे बढ़ाने में सहायता कर रही है।
(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *