खागा – फतेहपुर: कस्बे के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 में जनपद फतेहपुर में 32 दिनों तक अपनी स्वतंत्र सरकार चलाने वाले महानायक अमर शहीद ठाकुर दरियाव सिंह का 166 वां विजय दिवस समारोह विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी बड़े धूमधाम के साथ मनाया गया और 1857 व ठाकुर दरियाव सिंह ग्रंथ के पुनर्मुद्रित संस्करण का अवलोकन भी किया गया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आकाशवाणी एवं दूरदर्शन इलाहाबाद के निदेशक लोकेश शुक्ला व कार्यक्रम की अध्यक्षता इतिहासकार एवं वरिष्ठ कवि डॉक्टर किरण सिंह ने किया, तथा कार्यक्रम के निवेदक ठाकुर दरियाव सिंह स्मारक समिति के अध्यक्ष डॉक्टर राजकुमार सिंह व मंत्री राम प्रताप सिंह व संचालन समाजसेवी ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह ने किया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ वीर सपूतों के प्रतिमाओं पर माल्यार्पण व वंदना गीत के साथ शुभारंभ किया गया।
खागा कस्बे के ठाकुर दरियाव सिंह स्मारक परिसर में 166वां विजय दिवस समारोह मनाते हुए कार्यक्रम के निवेदक व ठाकुर दरियाव सिंह स्मारक समिति के मंत्री राम प्रताप सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 की शुरुआत जनपद में तब हुई जब अंग्रेजों ने तालुकेदारो से गांव, राजाओं से उनके राज्य छीननेे शुरू किए थे। ठाकुर दरियाव सिंह के तालुके के कई गांव बंदोबस्त के समय छीन कर मुजफ्फर हुसैन खां के नाम कर दिए गये थे। तभी अंग्रेजों के विरुद्ध हमारे वीर सपूतों ने जो पराक्रम दिखाया उससे अंग्रेजों को देश से भागने पर मजबूर होना पड़ा और 8 जून 1857 को अमर शहीद ठाकुर दरियाव सिंह के जेष्ठ पुत्र ठाकुर सुजान सिंह ने खागा तहसील में आक्रमण कर अंग्रेजी सेना को खदेड़ दिया था। उसके बाद फतेहपुर कचहरी पर आक्रमण करके 10 जून को समूचा जनपद अंग्रेजों से मुक्त कराते हुए विजय झंडा फहराया। औंग, पांडु नदी, कानपुर, बांदा जनपद के बेलासे, हनुमान धारा, पहाड़ी आदि जगहों पर ठाकुर दरियाव सिंह व उनके साथियों ने अंग्रेजी सेना से जबरदस्त आक्रमण किया था। युद्ध पराक्रमियों ने जीते भले ही लेकिन हनुमान धारा के युद्ध में ठाकुर दरियाव सिंह को अपने दो सपूतों का बलिदान देना पड़ गया था। और फतेहपुर को पूर्ण अधिकार मिलने की खुशी में कई दिनों तक जश्न मनाया गया था। तथा 32 दिनों तक जनपद में स्वतंत्र सरकार चली। उधर अंग्रेजी हुकूमत विद्रोहियों को कुचलने की पूरी रणनीति तैयार कर रही थी। 11 जून को मेजर रेनार्ड कॉल फतेहपुर में अधिकार जमाने के लिए इलाहाबाद से रवाना किया गया। सेना की एक टुकड़ी के साथ उसने जीटी रोड के कटोरा गांव में पड़ाव डाल दिया। इसकी सूचना जैसे ही ठाकुर दरियाव सिंह को मिली फिर नाना साहब को जानकारी दिया और दोनों तरफ से मोर्चाबंदी शुरू हो गई। 11 जुलाई को मेजर रेनार्ड ने खागा में आक्रमण कर दिया। ठाकुर दरियाव सिंह के महल को तोपों से ध्वस्त कर दिया। भीषण नरसंहार हुआ। महल के अवशेष आज भी अमर कांति वीरों की अमर गाथा का बखान करते हैं।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुख्य अतिथि लोकेश शुक्ला आकाशवाणी एवं दूरदर्शन प्रयागराज, डॉक्टर किरण सिंह डी० लिट० इतिहासकार एवं वरिष्ठ कवि, नगर पंचायत अध्यक्ष गीता सिंह, ब्लाक प्रमुख ऐरायां अनुज प्रताप सिंह, बृजमोहन पांडे साहित्यकार, आदित्य सिंह, रमेश कुमार सिंह, अन्नू कटियार, राकेश सिंह, समिति के अध्यक्ष राज कुमार सिंह, मंत्री राम प्रताप सिंह सहित संभ्रांत एवं गणमान्य नागरिक एवं बुद्धिजीवी लोग मौजूद रहे।
रिपोर्टर – अशोक सिंह