धाता/फतेहपुर: क्षेत्र के दामपुर और इसके आसपास के करीब एक दर्जन गांवों को जोड़ने वाले नाला पुल न बनने से जो तकलीफ यहां के लोगों की थी वह बारिश के कारण और बढ़ गई है। दामपुर नाले पर तीन वर्ष से निर्माणाधीन पुल के पास पानी भर गया है और रास्ता बंद हो गया है। ग्रामीणों को निकलने के लिए परेशान हो रहे है।
दामपुर नाले पर पुल का निर्माण वर्ष 2019 में शुरू हुआ था। अब तक यहां केवल दो पिलर बन सके हैं। इसके बाद से काम बंद पड़ा है। अगर यह पुल बन जाता तो उरई, मोदापुर, दामपुर, रानीपुर, मखौवा, सैदपुर, सलेमपुर, अढ़ैया के साथ जनपद बांदा व चित्रकूट के लिए धाता तक पहुंचने का एक आसान आवागमन के लिए रास्ता है। चार दिनों से हो रही बारिश के कारण दामपुर नाले में पानी भर गया है। जिससे पैदल व बाइक से निकलने वाले लोगों के लिए अब कोई विकल्प नहीं बचा है। उन्हें धाता आने के लिए कई किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ रहा है। ग्रामीण अजय तिवारी, सतीश चंद्र तिवारी, ओम नारायण, शंकर सेन, महेश निषाद, गिरजाशंकर तिवारी, लल्लू निषाद ने पुल निर्माण को लेकर कहा कि चुनाव के समय हर कोई लुभावने वादे करते हैं। उन वादों का असल में क्या होता है, यह दामपुर नाले का पुल बता रहा है। दो साल में एक छोटा सा पुल सरकार व प्रशासन नहीं बना सकी है। जिसका खामियाजा स्थानीय लोग न जाने कब तक भुगतेंगे।
