• आखिर कब खोलेगी कोतवाली पुलिस अपनी आंखें
  • आखिर गांजा तस्करों को सहूलियत क्यों दे रही कोतवाली पुलिस?
    खागा/फतेहपुर। क्षेत्र में इन दिनों गांजा तस्करी बढ़ गई है। गांजा तस्करों का नेटवर्क कस्बे में तगड़ा है। वे गांजा बेचने के लिए इसी नेटवर्क का प्रयोग करते हैं। गांजा की बिक्री के लिए लाइसेंसी भांग की दुकान महफूज स्थान है। जी हां, इन्हीं भांग की दुकानों से गांजा की सप्लाई पुड़ियों में की जाती है। इस नशा के शौकीन इसे खरीदने के लिए भांग की दुकानों पर पहुंचते हैं। गांजा तस्करी का भांग की दुकान होने का कारण भी है। भांग का लाइसेंस होने के कारण सहसा पुलिस भी इससे अनजान रहती है।
    आबकारी अधिकारियों का कहना है कि जिले में करीब 38 भांग की दुकान है, जिनको विभाग की ओर से लाइसेंस मिला हुआ है। अगर पुलिस की थ्योरी सही है तो अधिकांश दुकानों की आड़ में गांजा की बिक्री होती है। तगड़ी मुखबिरी होने पर ऐसा करने वालों को पकड़ा जाता है, वरना इनका धंधा जोरों पर रहता है। पुलिस को पता चला था कि सुल्तानपुर घोष, खखरेरू, खागा, रामनगर, पुरईन, रेलवे क्रासिंग, धाता, विजयीपुर, हथगाम सहित कई स्थानों पर भांग दुकान की आड़ में गांजा बिक रहा है। इन पर भी पुलिस की नजर है। काफी समय से भांग की दुकान की आड़ में गांजा बेच रहे राजू पंडित और रविशंकर गुप्त रविवार रात को स्थानीय पुलिस के हत्थे चढ़ गए। उनके कब्जे से एक-एक किलो गांजा बरामद हुआ है। पूछताछ में पता चला है कि कस्बे में गांजा तस्करों का जाल फैला हुआ है। तस्करी में कतिपय भांग दुकानदारों, आबकारी कर्मचारियों की संलिप्तता की भी आशंका है, जिसकी जांच हो रही है। जल्द ही कुछ और लोगों के भी पकड़े जाने की बात कही जा रही है। गिरफ्तार आरोपित राजू पंडित धाता ब्लॉक के पाई गांव के रहने वाले हैं वही रवि शंकर गुप्त सुल्तानपुर घोष थाना क्षेत्र स्थित ऐरायां सादात के रहने वाले हैं। पकड़े गए तस्करों ने पुलिस को बताया कि वह जिले/कस्बे से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में स्थित तमाम भांग दुकान से जुड़े लोगों तक इसकी सप्लाई करते हैं। कुछ संदिग्ध युवकों से पूछताछ की जा रही है जल्दी उन्हें उठाया जाएगा। स्थानीय पुलिस का कहना है कि भांग की दुकान पर पहुंचे किसी व्यक्ति को अगर गांजे की आवश्यकता होती है तो उसका सेल्समैन आसपास मौजूद शख्स की ओर इशारा करते हुए बता देते हैं। गिरफ्तार अभियुक्त भांग की दुकान की आड़ में ही लंबे समय से गांजा बेच रहे थे। जिसमें एक पुराना हिस्ट्रीशीटर बताया जा रहा है। इस मामले पर कोतवाली प्रभारी खागा आनंद शुक्ला ने कहा कि उन्हें आए अभी कुछ ही दिन हुए हैं। हर मामले की पड़ताल कर रहे हैं। बाकी ऐसी जानकारी नहीं है। अगर ऐसा हो रहा है तो तत्काल जांच कर तस्करों को पकड़ कर कार्रवाई की जाएगी।

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