– वाहनों में बैक लाइट और न ही इंडिकेटर, कई तो बगैर नंबर के दौड़ रहे
खागा/फतेहपुर। अनफिट वाहन सड़कों पर न घूमे इसके लिए सख्त दिशा निर्देश जारी किए गए, लेकिन बावजूद इसके कस्बे में परिवहन विभाग के लिए ये नियम कानून कोई भी मायने नहीं रखते। यहां अनफिट वाहन न सिर्फ सड़क पर दौड़ते हैं, बल्कि बेखैफ होकर सवारियां भी ढो रहे हैं।
कस्बे में इन दिनों ट्रफिक को लेकर काफी समस्याएं हो रही हैं। आए दिन जाम की समस्या आम बात होती जा रही है। सड़कों पर वाहन के संचालन को लेकर जिम्मेदार अभी भी गंभीर नही हैं। यातायात जागरूकता माह में भी अनफिट वाहनों पर पाबंदी को लेकर कोई व्यवस्था नही कराई गई है। कस्बा स्थित चौराहे, नौबस्ता रोड़ चौराहा, कचहरी समीप रोजाना दर्जनों अनफिट वाहनों का संचालन हो रहा है। रविवार को कुछ ऐसे डग्गामार और ई-रिक्शा दिखे जिनमें न तो हेडलाइट थीं और न ही बैक लाइट। उधर नौबस्ता रोड़ पर अक्सर जर्जर वाहनों से सवारियों को ढोया जाता है। इन वाहनों में इंतजामों का अभाव है। अब तक इन वाहनों को रोककर इनमें मानकों की जांच नही कराई गई है।
ये होने चाहिए व्यवस्था
– हेड लाइट और बैक लाइट चालू होनी चाहिए।
– वाहनों के इंडिकेटर चालू होने चाहिए।
– गाड़ियों के आगे और पीछे के हिस्से में रेडियम की पट्टी लगी होनी चाहिए।
– धुआं देने वाली गांड़यां नहीं चलनी चाहिए।
जागरूकता के नाम पर हो रही औपचारिकता
यातायात जागरूकता माह को तीन सप्ताह बीत चुके हैं, लेकिन अभी पुलिस द्वारा कोई भी जागरूकता कार्यक्रम संचालित नहीं कराया गया है। सिर्फ औपचारिकताएं ही निभाई जा रही हैं। यातायात माह को देखते हुए इन दिनों पुलिस विभाग द्वारा सघन चेकिंग अभियान तो चलाया जा रहा है, लेकिन पुलिस गाड़ियों की फिटनिस की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
मामले में क्षेत्राधिकारी गयादत्त मिश्र का कहना था कि सघन चेकिंग अभियान के तहत अनफिट वाहनों की भी जांच की जा रही है। अगर अनफिट वाहन सड़क में दिखाई दे रहे हैं तो उनका भी चालान किया जा रहा है।

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