विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने सोमवार को किर्गिस्तान विदेश मंत्री रुस्लान कज़ाकबायेव से मुलाकात की। इस दौरान जयशंकर ने विकास परियोजनाओं के लिए भारत की तरफ से किर्गिस्तान को लाइन ऑफ क्रेडिट के तहत 200 मिलियन अमेरिकी डॉलर की मदद पर सहमति जताई। इस बारे में उन्होंने ट्वीट कर जानकारी दी है।
अपने ट्वीट में विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा किर्गिज़ गणराज्य के विदेश मंत्री रुस्लान कज़ाकबाएव के साथ सौहार्दपूर्ण और रचनात्मक वार्ता हुई। विकास परियोजनाओं का समर्थन करने के लिए 200 मिलियन अमरीकी डॉलर के एलओसी पर सहमत बनी। उच्च प्रभाव वाली सामुदायिक परियोजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर एक समझ भी बनी।
एक अन्य ट्वीट में विदेश मंत्री जयशंकर ने इस मुलाकात के बारे में बताते हुए कहा, ”हमने हमारे रक्षा और सुरक्षा सहयोग की सकारात्मक समीक्षा की।’इसके साथ ही ”भारतीय छात्रों की शीघ्र यात्रा और अधिक उदार वीजा व्यवस्था की आवश्यकता पर चर्चा की। ट्वीट में उन्होंने आगे कहा भारत और किर्गिज़ गणराज्य का अफगानिस्तान के विकास के लिए एक साझा दृष्टिकोण है।

हिंदी और किर्गिज़ भाषाओं का शब्दकोश किया गया जारी:
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को किर्गिस्तान के विदेश मंत्री रुस्लान कज़ाकबायेव के साथ हिंदी और किर्गिज़ भाषाओं में सामान्य शब्दों का एक शब्दकोश (डिक्शनरी) जारी किया। साथ ही उन्होंने किर्गिज़ राज्य भाषा आयोग को इस पहल के लिए धन्यवाद दिया।

चार दिवसीय यात्रा पर हैं जयशंकर:
बता दें कि विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर तीन मध्य एशियाई देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के उद्देश्य से किर्गिस्तान, कज़ाखस्तान और आर्मेनिया की अपनी चार दिवसीय यात्रा के तहत रविवार को यहां पहुंचे थे। विदेश मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान में कहा कि विदेश मंत्री जयशंकर 11-12 अक्टूबर तक कजाखस्तान की यात्रा पर रहेंगे जहां वे एशिया में संवाद एवं विश्वास निर्माण के उपाय (सीआईसीए) पर छठे मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)

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