फतेहपुर-अमौली: विकास खण्ड के गोहरारी मजरे खदरा में शहीद का शव आते ही कोहराम मच गया। शहीद के अंतिम दर्शन को मंत्री व क्षेत्रीय नेताओ सहित हजारो की भीड़ जुटी। चांदपुर थाना क्षेत्र के खदरा निवासी राजेश कुमार पुत्र छोटे लाल 2003 में सेना पर भर्ती हुए थे। 7/8 अगस्त की रात को राजेश कुमार लद्दाख में शहीद हो गए। जिसकी सूचना प्रयागराज सीओ ने उनकी पत्नी अंजली को दी थी। शहीद का शव लेह से प्लेन के द्वारा दिल्ली से लखनऊ शनिवार को 7ः40 पर लाया गया था जिसे 8ः40 पर हैंड ओवर किया गया तथा रात्रि 10ः30 बजे कमाण्ड हॉस्पिटल के मर्चरी हाउस में सुरक्षित किया गया। रविवार की सुबह 5ः50 बजे लखनऊ मे शहीद को सलामी दी गई और सैनिक का शव फोर राजपूत कमाण्ड के सूबेदार संतोष कुमार सिंह के साथ नायक नरपति सिंह, बलराम सिंह, बृजकिशोर, ताराचंद सुबह 6ः25 बजे पैत्रक गांव के लिए लेकर रवाना हो गए।
दो घण्टे तक मंत्रियों सहित राजस्व टीम व परिजनों में भूमि को लेकर चला मंथन-
24 घण्टे से अधिक का समय ब्यतीत हो जाने के बावजूद भी परिजनों व राजस्व टीम के बीच अंतिम संस्कार करने व शहीद स्थल बनवाने को लेकर गुत्थी उलझी रही। शहीद का शव गाँव पहुंचने के बाद डीएम अपूर्वा दुबे के साथ एसडीएम निधी बंसल व दोनो मंत्रियों ने परिजनों को समझा बुझाकर अंतिम संस्कार झाऊपुर गांव में शहीद स्थल विजय पाल यादव के पास ग्राम समाज की भूमि पर करवाया तथा खदरा गांव में अम्बेडर पार्क से दक्षिण दिशा में शहीद स्मारक बनवाना सुनिश्चित किया।
दोनो बेटों के साथ भाई ने दी मुखाग्नि-
शहीद राजेश कुमार के शव का अंतिम संस्कार गार्ड ऑफ ऑनर के साथ किया गया। व उनकी पत्नी अंजली को शव से लिपटा तिरंगा सौंपा गया। वहीं दोनो नन्हे बेटे राज व गौरव का हाँथ पकड़ शहीद के भाई दिनेश ने मुखाग्नि दिलाई। यह पल देख डीएम अपूर्वा दुबे के साथ आलाधिकारियों की आंखे नम हो गई थी। इसी बीच ग्रामीणों सहित क्षेत्र के नव युवकों की टोली ने भारत माता की जय ,राजेश भैया अमर रहें, जैसे नारों की ध्वनि से स्थल गूँज उठा।
डीएम व मंत्री ने 50 लाख की चेक भेंट की-
शहीद के अंतिम दर्शन को पहुंची डीएम अपूर्वा दुबे ने मुख्यमंत्री के द्वारा 50 लाख रु की धनराशि की चेक को भेंट किया। डीएम ने पत्नी अंजली देवी को 35 लाख रु की चेक भेंट की। तथा कारागार राज्य मंत्री ने पिता छोटेलाल व मा कमला देवी को 15 लाख रु की चेक भेंट की।
अन्तिम संस्कार के बाद पत्नी प्रयागराज वापस लौटी
शहीद राजेश की पत्नी ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि सरकार से मेरा अनुरोध है कि मेरे दोनो बेटों राज 12 वर्ष व गौरव 5 वर्ष को नौकरी दें। व एक आवास भी मिल जाए जिस पर रहकर बच्चों के साथ जीवन यापन कर सकूं। अंतिम संस्कार के तत्पश्चात पत्नी अंजली यूनिट के जवानों के साथ प्रयागराज चली गई।
सुबह 10 बजे शहीद का शव पहुंचा गांव-
दो दिन पूर्व खदरा निवासी राजेश के शहीद होने की सूचना क्षेत्र में फैल गई थी।जिसके अंतिम दर्शन के लिए क्षेत्रीय लोगो की अपार भीड़ दरवाजे पर जुटना शुरू हो गई थी। जिले की सांसद व राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति व कारागार राज्य मंत्री जय कुमार सिंह जैकी गांव पहुंच चुके थे। कि तभी ठीक 10 बजे लखनऊ से सेना के जवानों के द्वारा एक डीसीएम व एक जिप्सी के साथ एम्बुलेंस शहीद के शव को लेकर गांव पहुंच गए। 20 मिनट के बाद शहीद की पत्नी अंजली अपने दोनों बेटे राज व गौरव के साथ प्रयागराज से गांव पहुंचते ही शव देखकर रो रो कर बेहाल हो रही थी। मौके पर डीएम अपूर्वा दुबे के साथ एसपी राजेश कुमार सिंह भी पहुंच कर शहीद की मा कमला देवी व पत्नी अंजली के साथ बहन बन्दना व संजना को सांत्वना देते हुए ढांढस बंधाया।