- 46 में से 41 वोट भाजपा को जबकि सपा को मिले महज 5 वोट
- चाक चौबंद व्यवस्था के बीच संपन्न हुआ चुनाव व घोषित किये गए नतीजे
- डीएम – एसपी की निगरानी में शांति व्यवस्था के साथ संपन्न निबटा चुनाव
फतेहपुर। जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जनपद में शनिवार को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ, जिसमें भारतीय जनता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी अभय प्रताप सिंह उर्फ पप्पू सिंह ने सर्वाधिक 41 मत पाकर जीत सुनिश्चित की जबकि सपा की अधिकृत प्रत्याशी संगीता राज पासी को महज 5 वोट ही मिल सके…
बताते चलें कि जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव हेतु 3 जुलाई को मतदान एवं उसी दिन मतगणना के आदेश पर जनपद में भी शनिवार को चुनाव आयोजित हुआ जिसमें जनपद के समस्त 46 वार्डों से चुने गए जिला पंचायत सदस्यों ने अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए अपना अध्यक्ष चुना तय निर्धारित समय पर कलेक्ट्रेट परिसर में मतदान केन्द्र पर मतदान शुरू हुआ हुआ जिसके बाद ही तय समय पर मतगणना की प्रक्रिया भी शुरू हुई एवं जिले का प्रथम नागरिक अर्थात जिला पंचायत अध्यक्ष का नतीजा घोषित हुआ…
बताते चलें कि सुरक्षा के लिहाज़ से कलेक्ट्रेट परिसर के अलावा आस – पास के क्षेत्र को पुलिस बल ने चौकन्ना रहते हुए व्यवस्थित किया एवं जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक की पैनी नज़र से चाक चौबंद व्यवस्था के बीच चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ…
चुनाव के परिणाम घोषित करते हुए चुनाव अधिकारी ने भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी अभय प्रताप सिंह उर्फ पप्पू सिंह को सर्वाधिक 41 वोट पाकर विजयी घोषित किया जबकि प्रतिद्वंद्वी के रूप में सपा की अधिकृत प्रत्याशी को महज 5 वोट पाकर ही संतोष करते हुए हार का मुंह देखना पड़ा…
चर्चाओं का दौर रहा जारी
जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के मतदान के समय से ही आम जनमानस सहित समस्त नेताओं में चुनावी चर्चा का दौर लगातार जारी रहा… वैसे तो राजनीति में दखल रखने वाले राजनीतिक पंडितों ने नतीजे आने से पहले ही अपने अघोषित परिणाम सुनाना शुरू कर दिया था… इन चर्चाओं में हर तरफ एक ही बात सामने आती रही कि अभय प्रताप सिंह उर्फ पप्पू सिंह का चुनाव जीता जिताया हुआ है महज खाना पूर्ति के लिए चुनाव हो रहा है, ऐसे में क़ाबिले तारीफ बात ये रही कि भाजपा समर्थित प्रत्याशी के जीत की दावा करने वाले में सपा के नेतागण भी मौजूद रहें…
वहीं दूसरी ओर सपा के अधिकृत प्रत्याशियों के रूप में जीते जिला पंचायत सदस्यों का वोट भी सपा प्रत्याशी को न मिलना अपने आप में एक सवाल पर चर्चा आम थी…
सपा का दावा निकला गलत, भाजपा की भविष्यवाणी हुई सच
समाजवादी पार्टी (सपा) द्वारा जिला पंचायत अध्यक्ष पद हेतु अधिकृत की गई प्रत्याशी संगीताराज पासी के पक्ष में सपा के द्वारा जीत का आँकड़ा बताना गलत साबित हुआ जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी अभय प्रताप सिंह उर्फ पप्पू सिंह के पक्ष में बताया गया आँकड़ा उससे भी ज्यादा सही हुआ…
बताते चलें कि पूर्व में सपा द्वारा द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से दावा किया गया था कि जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जीतने के लिए जादुई अंक 24 चाहिए जोकि हमारे पास पर्याप्त मात्रा में है वहीं भाजपा द्वारा 40 वोट मिलने की बात कही गई थी लेकिन मतदान के बाद हुई मतगणना के नतीजों ने सपा के दावों की हवा निकाल दी क्योंकि जीत का दावा करने वाली सपा को महज 5 वोट ही मिले वहीं भाजपा के प्रत्याशी को 41 वोट मिले जिससे उनकी जीत सुनिश्चित हुई…
सपा की हक़ीक़त व भाजपा के दावों का दर्शन
जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के लिए वैसे तो जनपद का बच्चा – बच्चा अघोषित नतीजा जानता था कि जीत किसकी होनी है क्यूंकि इसकी इबारत पहले से ही लिखी जा चुकी थी…
बताते चलें कि समाजवादी पार्टी ने पूर्व में सपा के जीत हुए 16 प्रत्यशियों का जिक्र किया एवं दावा किया था कि समाजवादी विचारधारा के साथ ही बसपा, कांग्रेस व निर्दलीय प्रत्याशी भी हमारा साथ देंगे इतना ही नहीं पुष्टि किया गया था कि 27 जिला पंचायत सदस्यों की पेशी भी सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के सामने कराई गई थी तथा विश्वस्त सूत्रों के हवाले से खबर रही है कि जिले में सपा की बड़े स्तर पर राजनीति करने वालों ने प्रदेश कार्यालय में अपने साथ जिला पंचायत सदस्यों की संख्या लिखाकर पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में वोट कराने का भरोसा भी दिलाया था लेकिन घोषित परिणामों से सपा एवं खासकर सपा के उन नेताओं की छवि धूमिल हो गयी जिन्होंने अपने साथ जिला पंचायत सदस्य होने का दावा किया था ऐसे में जानकार लोगों का मानना है कि आगामी 2022 को होने वाले विधानसभा चुनाव में टिकट मांगने वालों का रिकॉर्ड अब यहीं से जांचकर कार्यवाही की जाएगी… वहीं भाजपा ने पूर्व में अपने साथ 38 जिला पंचायत सदस्यों का होना व प्रमाण के तौर पर उनका प्रमाण पत्र अपने पास होना बताते हुए अपने जीत का दावा किया था जबकि नामांकन कराने के बाद 40 जिला पंचायत सदस्यों का समर्थन साथ होना बताया था जिसके बाद आज हुए चुनाव में 41 मतों का मिलना अचंभित करना रहा है…
इतना सब होने के बाद आज नतीजे आने के परिणामस्वरूप सपा खेमे में भी आवाज़ उठती रही कि सिर्फ 5 वोट ही प्रत्याशी को मिले जबकि इससे ज्यादा तो हमारे प्रत्याशी ही जीते हैं तो दूसरी ओर सपा प्रत्याशी के समर्थन में 5 वोट डालने वालों पर चर्चा होती रही कि आखिरकार किसने – किसने पार्टी के नमक का हक़ अदा किया…