फतेहपुर। दिल्ली पुलिस द्वारा पकड़े गये मो. उमर उर्फ श्याम प्रताप सिंह की गिरफ्तारी के बाद से हड़कंप मचा है… एटीएस पूछताछ में जुटी हैं… पकड़ा गया मो. उमर उर्फ श्याम प्रताप सिंह जिले के थरियांव थाना क्षेत्र के रमवां गांव के मजरा पंथुआ गांव का रहने वाला है जो 1979 में जिला छोड़कर नैनीताल के पंतनगर चला गया था… इसके बाद वह दिल्ली चला गया… उमर ने 1982 में आकर जिले के ही गाजीपुर थाना क्षेत्र के खेसहन गांव में छत्रपाल सिंह की बेटी राजेश कुमारी से शादी किया… उसके एक बेटी व एक बेटा हुआ… इसके बाद उमर दिल्ली चला गया जहाँ उसने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया…
उमर के धर्म परिवर्तन के बाद से पारिवारीजन उमर से नाराज रहते थे… शुरू में तो वह साल दो साल में अपने गाँव आया करता था लेकिन उससे कोई ज्यादा बातचीत नहीं करता था… गाँव वाले कुछ लोग उमर को जानते हैं तो कुछ लोगों ने उमर को देखा ही नहीं… गाँव में रह रहे उसके चचेरे भाई राजू सिंह ने बताया कि उमर गाँव में ही हाईस्कूल तक पढाई करने के बाद पंतनगर चला गया था… जिसके बाद वह कभी कभार आता था… उमर के पिता धनराज सिंह गौतम की मौत के डेढ़ वर्ष पूर्व हुई थी, लेकिन वह अपने पिता के अंतिम संस्कार में भी नहीं आया था… बताते हैं कि उमर मां की मौत में आया था तो पिता धनराज सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि मेरी मौत में वह शामिल नहीं होगा… मो. उमर उर्फ श्याम प्रताप सिंह 6 भाई हैं… उमर अपने सभी भाइयो में चौथे नंबर का है… पहले नंबर पर उदय राज प्रताप सिंह, दूसरे उदय प्रताप सिंह, तीसरा उदय नाथ सिंह व मो. उमर उर्फ श्याम प्रताप सिंह के अलावा पांचवे नंबर पर श्रीनाथ सिंह, छठें स्वर्गीय ध्रुव प्रताप सिंह हैं… इनके पास 75 बीघा खेत हैं और उमर के हिस्से में 13 बीघा खेती है… इस बारे में जब जानकारी पूरे गाँव में हुई तो उमर के घर में मजमा लग गया… जहाँ डीएसपी थरियांव सहित पुलिस फोर्स उमर के चचेरे भाई से पूंछताछ करने में लगी हुई है…

By Sarvare Alam

(Editor) Sarvare Alam is Editor of VTV India (vtvindia.in) and his qualification is MAJMC.

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