फतेहपुर। ठेकेदार मनीष तिवारी पर हुए जानलेवा हमले का राज गहराता जा रहा है… मनीष की अस्पताल में मौत हो जाने के बाद भी पुलिस अब तक एक भी हमलावर को पकड़ नहीं पाई है… ऐसे में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठने शुरू हो गए हैं… शुक्रवार को ठेकेदार के पिता उमाशंकर तिवारी ने बेटे के हत्यारों को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए मुख्यमंत्री, डीजीपी, एसपी सहित कई उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर गुहार लगाई है…
मृतक मनीष तिवारी के पिता उमाशंकर तिवारी ने बताया कि मनीष के ऊपर जिस रात हमला हुआ था उस रात उसके साथ मनीष का साला अनुज उर्फ पप्पू शुक्ला और साथी गौरव अग्निहोत्री मौजूद रहे… उन्होंने सीधे तौर पर साले अनुज और गौरव पर आरोप लगाते हुए बताया कि इन्ही दोनों ने मिलकर उनके बेटे की हत्या की है… जिस रात मनीष ने अस्पताल में दम तोड़ा उसके बाद से ये फरार हैं… अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हुए… पुलिस को इन लोगों से पूछताछ करनी चाहिए, सारा सच खुल जायेगा… उन्होंने कोतवाली पुलिस पर पूरे मामले में हीलाहवाली करने का आरोप लगाया… उमाशंकर तिवारी बातचीत के दौरान फूट फूट कर रोने लगे… उन्होंने कहा कि यदि उन्हें न्याय नहीं मिलेगा तो वह डीएम एसपी की चौखट पर सिर पटक पटक कर आत्महत्या कर लेंगे… उल्लेखनीय है कि मूल रूप से खागा कोतवाली के ब्राह्मणपुर गांव के रहने वाले श्रद्धा कॉन्ट्रक्शन के मालिक और जिले के बड़े बिजली ठेकेदार रहे मनीष तिवारी वर्तमान में शहर कोतवाली क्षेत्र के शकुन नगर में रहते थे… बीते चार जून की रात वह मरणासन्न हालत में पत्थरकटा चौराहे पर खून से लथपथ पुलिस को मिले थे… जिसके बाद उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया था जहाँ से डॉक्टरों ने कानपुर के लिए रेफर कर दिया था… कानपुर के एक निजी अस्पताल में वह भर्ती रहे लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। 11 जून की रात उन्होंने दम तोड़ दिया… इस मामले में शहर कोतवाली में पिता की ओर से छह जून को एफआईआर दर्ज कराई गई थी…
