फतेहपुर। जिला कारागार में अशिक्षित निरुद्ध बन्दियों को शिक्षित करने के उद्देश्य से साक्षरता मिशन कार्यक्रम का आयोजन शनिवार को किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होकर जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे ने कार्यक्रम का फीता काटकर शुभारंभ किया। महिला बन्दियों ने आये हुए अतिथियों का गीत के माध्यम से स्वागत किया। जेल अधिकारियों ने उपस्थित अतिथियों का पुष्प गुच्छ व बैच अलंकरण किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि इस पुनीत कार्य एवं नई पहल के लिए जेल प्रशासन, शिक्षा विभाग, अय्यूम वेलफेयर सोसायटी को धन्यवाद देती हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से जहाँ बन्दियों के जीवन स्तर में सुधार आएंगे वहीं बन्दी इनको अपने जीवन में उतारकर मुख्य धारा से जुड़कर अपने जीवन में बदलाव ला सकेंगें। उन्होंने कहा कि जीवन को सार्थक बनाने का मौका मिल रहा है को सीखकर जीवन को सार्थक बनाये। उन्होंने कैदियों को बैग, चश्मा और सिलाई प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके बन्दियों को प्रमाण पत्र वितरित किये गए। जेल अधीक्षक मो0 अकरम ने कहा कि साक्षरता मिशन के तहत बन्दियों को शिक्षित करके व्यक्तित्व में सुधार लाने का प्रयास किया जाएगा। शिक्षा के बिना व्यक्ति बिना पंख की चिडि़या के समान है। वर्तमान में जेल में 1600 बन्दियों के सापेक्ष लगभग 300 बन्दी निरक्षर है जिन्हें साक्षर करने का कार्य किया जाएगा। ट्रुथ मिशन स्कूल के माध्यम से शिक्षण सामग्री प्राप्त हो गई है, कैदियों को माध्यमिक शिक्षा, हाईस्कूल, इंटरमीडिएट और स्नातक की डिग्री दिलाई जायेगी। उन्होंने कहा कि महिला बन्दियों के छोटे बच्चों के लिए आंगनबाड़ी केन्द्र की स्थापना करायी जाएगी। ऐसे साहसी कार्यो को सम्पन्न करने के लिए जिलाधिकारी का सहयोग मिल रहा है। इस अवसर पर जिला विद्यालय निरीक्षक महेन्द्र प्रताप सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवेन्द्र प्रताप सिंह, सचिव प्रेरित मान सिंह, शरद मान सिंह सहित जेल प्रशासन उपस्थित रहा।